अंबाला स्थित भारतीय वायुसेना के 17 स्क्वाड्रन में राफेल विमानों को शामिल करने का औपचारिक समारोह अगस्त 2020 के दूसरे पखवाड़े में आयोजित किया जायेगा। समारोह के विवरण की जानकारी को नियत समय पर जारी किया जाएगा। राफेल विमान 17 स्क्वाड्रन, "गोल्डन एरो" के हिस्से के रूप में शामिल होंगे, जिसे 10 सितंबर 2019 को पुनर्गठित किया गया था।
भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के पहले पांच राफेल विमान बुधवार को वायु सेना स्टेशन, अंबाला पहुंचे हैं। विमानों ने 27 जुलाई 2020 की सुबह दसौं एविएशन फैसिलिटी, मेरिग्नैक, फ्रांस से उड़ान भरी और बुधवार दोपहर भारत पहुंचे।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार अपनी यात्रा के दौरान राफेल विमान संयुक्त अरब अमीरात के अल धाफरा में रुके थे। राफेल विमानों ने फ्रांस से भारत तक लगभग 8500 किमी. की दूरी तय की। यात्रा की योजना दो चरणों में तैयार की गई थी और इसे भारतीय वायुसेना के पायलटों द्वारा संचालित किया गया था।
उड़ान के पहले चरण में साढ़े सात घंटे में 5800 किमी की दूरी तय की गयी। फ्रांसीसी वायु सेना (एफएएफ) के टैंकर ने उड़ान के दौरान एयर-टू-एयर ईंधन भरने की सुविधा दी। 2700 किमी. से अधिक दूरी की उड़ान के दूसरे चरण में भारतीय वायुसेना के टैंकर द्वारा एयर-टू-एयर ईंधन भरा गया। उड़ान के दौरान फ्रांसीसी वायु सेना द्वारा दी गयी टैंकर सुविधा महत्वपूर्ण थी क्योंकि इससे लंबी उड़ान सफलतापूर्वक और समयबद्ध तरीके से पूरी हुई।.