भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के मिशन ओलंपिक सेल ने 12 स्पर्धाओं से 258 एथलीट को टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (टॉप्स) स्कीम के लिए शार्ट लिस्ट किया है। खेल मंत्री किरण रिजिजू ने बुधवार को इसकी घोषणा की। साई ने कहा कि लॉकडाउन से पहले जिन 85 खिलाड़ियों को इस स्कीम में चुना गया था, वो भी इन 258 खिलाड़ियों में शामिल हैं।
चुने गए खिलाड़ियों में एथलेटिक्स से 16, तीरंदाजी से 34, बैडमिंटन से 27, साइकलिंग से चार, टेबल टेनिस से सात, निशानेबाजी से 70, तैराकी से 14, जूडो से 11, मुक्केबाजी से 36, भारोत्तोलन से 16, रोइंग से पांच और कुश्ती से 18 शामिल हैं।
रिजिजू ने मंत्रालय और साई द्वारा आयोजित समीक्षा बैठक में कहा, "जूनियर स्तर में भी टारगेट ऑफ पोडियम स्कीम को इसलिए शुरू किया गया है, ताकि कोई भी एथलीट 2028 ओलिंपिक खेल की तैयारी और बेहतर रूप से कर सके। जूनियर लेवल से किसी एथलीट को ओलंपिक खेलों की तैयारी करने में लगभग आठ साल लग जाते हैं। इसलिए हमलोग इन एथलीटों को अभी से ही प्रोत्साहन दे रहे हैं।"
टॉप्स स्कीम में देश के प्रतिभाशाली एथलीटों को खेल मंत्रालय द्वारा ओलंपिक और एशियाई खेलों की तैयारी के लिए सहायता दी जाती है। जिन एथलीटों को टॉप्स स्कीम में जगह दी गई है, उनका असेसमेंट हर साल किया जाएगा। कोच और हाई परफॉर्मेंस डायरेक्टर इन खिलाड़ियों की प्रोग्रेस रिपोर्ट साई को निर्धारित समय पर पेश करते रहेंगे।
प्रत्येक एथलीट को 25000 रुपये मासिक भत्ता दिया जाएगा।.