श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कार्यालय प्रभारी ने उन खबरों को खारिज कर दिया है, जिसमें राम मंदिर आंदोलन को धार देने वाले और भाजपा के अति वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को भूमि पूजन का आमंत्रण न मिलने की बातें कही जा रहीं थी। ट्रस्ट के कार्यालय प्रभारी प्रकाश कुमार गुप्ता ने ऐसी खबरों को विवाद पैदा करने की कोशिश बताते हुए कहा है कि मंदिर आंदोलन से जुड़े सभी प्रतिष्ठित व्यक्तियों को आमंत्रण भेजा गया है।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अयोध्या स्थित कार्यालय के प्रभारी प्रकाश कुमार गुप्ता ने फोन पर आईएएनएस से कहा, "आडवाणी जी, जोशी जी सहित सभी प्रमुख व्यक्तियों को मेल व फोन से आमंत्रित किया गया है। यह अलग बात है कि कोरोना और स्वास्थ्य कारणों से कई गणमान्य आमंत्रित जन नहीं आ सकेंगे। कोई आने में असमर्थ हो सकता है, किसी को लंबी यात्रा करने में दिक्कत हो सकती है। आमंत्रण न करने की बात गलत है, ट्रस्ट सभी का सम्मान करता है।"
कार्यालय प्रभारी ने बताया कि डाक से आमंत्रण भेजने पर सही समय पर पहुंचने की गारंटी नहीं रहती। इसकी तुलना में ईमेल और फोन से आमंत्रण भेजना ज्यादा सुविधानजक होता है। फोन से आमंत्रण को भी आप व्यक्तिगत संपर्क के माध्यम से आमंत्रण मान सकते हैं। आडवाणी, जोशी जी को दूरभाष से आमंत्रण गया है।
उधर, भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के नई दिल्ली के 30, पृथ्वीराज रोड स्थित आवास पर संपर्क करने पर फोन उठाने वाले शख्स ने बताया कि उनका भूमि पूजन के कार्यक्रम में अयोध्या जाने का अभी कोई कार्यक्रम तय नहीं हुआ है। हालांकि, शख्स ने अयोध्या से फोन आने की बात जरूर स्वीकार की, लेकिन इस संबंध में ज्यादा जानकारी न होने की बात कही। आडवाणी के निजी सचिव दीपक चोपड़ा से संपर्क करने की कोशिश हुई तो उनका फोन नहीं उठा।
भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी के एक सहयोगी ने आईएएनएस से कहा, "शनिवार तक तो कोई फोन नहीं आया था। हो सकता है कि आज(रविवार) आया हो, लेकिन मैं आज छुट्टी पर हूं। इसलिए मुझे जानकारी नहीं है।" करीबी सूत्रों का कहना है कि कोरोना और स्वास्थ्य कारणों से भाजपा के दोनों अति वरिष्ठ नेता अपने आवास से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं।
अयोध्या में 5 अगस्त को राम मंदिर के भूमि पूजन कार्यक्रम की तैयारियां तेज हो चलीं हैं। देश के सभी प्रमुख तीर्थस्थलों, राष्ट्रीय महत्व के स्थानों और पवित्र नदियों से पावन मिट्टी और जल, श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर के निर्माण के लिए अयोध्या में पहुंच रहा है।.