जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर कहा कि उन्होंने जम्मू-कश्मीर के लिए राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग नहीं की है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर राज्य का मुख्यमंत्री रह चुके हैं, इसलिये केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे।
उमर ने पत्रकारों और टिप्पणीकारों को इस बात की चुनौती दी कि वे साबित करें कि उन्होंने जम्मू-कश्मीर के लिए राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग कहां पर की है। उमर ने ट्वीट किया, "मैं जो कहता हूं या करता हूं उससे असहमत होने में मुझे कोई समस्या नहीं है, लेकिन जब आप मुझे निशाना बनाने के लिए अपने आप से चीजें गढ़ लेते हैं तो यह फिर यह मेरे से ज्यादा आपके बारे में है। आप सभी आलसी पत्रकार और टिप्पणीकार, कृपया मुझे दिखाएं कि कहां मैंने राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग की है।"
उन्होंने कहा, "मैंने बस इतना कहा है कि मैं जम्मू-कश्मीर राज्य का मुख्यमंत्री रहा हूं, मैं केंद्र शसित जम्मू-कश्मीर के लिए विधानसभा चुनाव नहीं लड़ूंगा। बस इतनी बात है।"
एक अन्य ट्वीट में उमर अब्दुल्ला ने कहा कि नफरत करने वाले नफरत ही करेंगे और कुछ भी नहीं बदलेगा। ऐसे कुछ लोग हैं जिनसे मुझे बेहतर उम्मीद थी, लेकिन निराशा राजनीति का हिस्सा है और किसी को भी इसके साथ रहना सीखना होगा। जीवन आगे बढ़ता जाता है।
इस बीच नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता रूहुल्लाह मेहदी ने पार्टी के मुख्य प्रवक्ता के पद से इस्तीफा दे दिया है।.